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मंगलवार, 7 जुलाई 2020

मुँहासे क्या है? मुँहासे के सामान्य कारण मुंहासे क्या है ?



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सोमवार, 6 जुलाई 2020


मुँहासे क्या है? मुँहासे के सामान्य कारण

 मुंहासे क्या है ?
मुंहासे एक त्वचा की स्थिति है जिसमें त्वचा पर लाल, सूजन वाले पिंपल्स और गैर-इनफ्लेमेड पिंपल्स दिखाई देते हैं। हार्मोन त्वचा की तेल ग्रंथियों का कारण बनता है जो ग्रंथि और बालों के रोम के क्लॉगिंग को बढ़ाता है और उत्पन्न करता है। ये फुंसियां ​​आमतौर पर चेहरे पर दिखाई देती हैं, लेकिन कभी-कभी छाती और गर्दन पर भी पाई जाती हैं। ज्यादातर मामलों में, मुँहासे बिना किसी निशान को छोड़े चले जाते हैं।

मुँहासे के सामान्य कारण

त्वचा में तेल की अत्यधिक मात्रा के स्राव
हार्मोनल युवावस्था के दौरान बदलता है
त्वचा की सतह पर तेल स्राव का संचय
त्वचा में बाहरी छिद्रों की रुकावट
वंशानुगत
मासिक धर्म अवधि
गर्भावस्था
गर्भनिरोधक गोलियां
तनाव

मुँहासे के लिए घरेलू उपचार

टिप 1:
ताज़े नींबू का रस पिम्पल्स और ब्लैक हेड्स पर डब किया जा सकता है।

टिप 2:
1 चम्मच ताजा धनिया पाउडर को एक चुटकी हल्दी पाउडर के साथ मिलाएं। पिंपल्स और ब्लैक हेड्स पर लगाएं। रात भर रखें और अगली सुबह धीरे से धो लें।

टिप 3:
ताजे, युवा करी के पत्तों का पेस्ट बना लें और सुबह गर्म पानी से धो लें। झुर्रियों को धीरे-धीरे मिटने में मदद करता है।

टिप 4:
कच्चे दूध के साथ जायफल (जयफल) का पेस्ट बनाएं। पिंपल्स और ब्लैक हेड्स पर 20 मिनट या रात भर लगा रहने दें। चेहरा साफ होने तक 10-12 दिनों तक जारी रखें।

टिप 5:
सूखी त्वचा के लिए कच्चे दूध की कुछ बूंदों के साथ एक चिकनी पत्थर पर चंदन का एक टुकड़ा रगड़ें। प्रभावित क्षेत्रों पर खरीदे गए पेस्ट को लागू करें। 1 घंटे के लिए रखें। धीरे से धोएं।
टिप 6:
तैलीय त्वचा के लिए चंदन और शीशम का पेस्ट बनाकर प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं, 1 घंटे तक रखें और धीरे से धो लें।

टिप 7:
ताजा मेथी के पत्तों का पेस्ट बनाकर रात भर लगाने से पिंपल्स ठीक हो जाते हैं।

मंगलवार, 28 अप्रैल 2020

नपुंसकता का उपचार ,|वीर्य पुष्टता का उपचार ,|स्वप्नदोष का उपचार ,|शीघ्रपतन का उपचार,|अंडकोष की सूजन/वृधि का उपचार ,|स्त्री: अतिरज का उपचार तथा अल्परज का उपचार ,|

नपुंसकता का उपचार

उपचार - 1:
5-5 ग्राम सफ़ेद प्याज का रस, शहद, अदरक का रस और देसी घी ले, सभी को मिलाकर सेवन करे, 30-35 दिनों में हर प्रकार की नपुंसकता दूर हो जायेगी
उपचार - 2:
सुहागे को पीसकर शिशन पर उसका लेप करने से शिशन की सभी कमिया दूर होती है, और वो स्वस्थ बनता है
उपचार - 3:
सुबह_शाम के भोजन में कच्ची प्याज का सेवन प्रचुर मात्रा में करे, नपुंसकता दूर करने की अच्छी दवा है
उपचार - 4:
बेलपत्र के रस में शहद मिलाकर शिशन पर लेप करने से वह पुष्ट और ताकतवर बनता है, कमजोर नसे भी ताकतवर होती है, जिससे नपुंसकता दूर होती है
उपचार - 5:
उड़द का लड्डू बनाकर खाए, ऊपर से 1 गिलास दूध पी ले, 1 महीने तक ऐसा करने से धातु मजबूत होती है, और नपुंसकता दूर हो जाती है
उपचार - 6:
प्रतिदिन 1 गिलास गाजर का जूस पीने से वीर्य गाढ़ा होता है, और काम शक्ति में भी इजाफा होकर नपुंसकता दूर होती है

वीर्य पुष्टता का उपचार

उपचार - 1:
भीगी हुई चने की दाल में शक्कर मिलाकर रात को सोते समय दूध के साथ लेने से कुछ ही हफ्तों में वीर्य गाढ़ा होता है और धातु पुष्ट होती है
उपचार - 2:
रीठे की गुठली की गिरी को पीसकर चूर्ण बना ले, 2 ग्राम चूर्ण थोड़ी सी शक्कर मिलाकर, प्रतिदिन दूध के साथ लेने से कुछ ही दिनों में वीर्य और बल में वृधि होती है
उपचार - 3:
3-4 ग्राम तुलसी की जड़ का चूर्ण बराबर मात्रा में पुराने गुड में मिलाकर, दूध के साथ सेवन करने से वीर्य गाढ़ा होकर, धातु को मजबूत करता है
उपचार - 4:
खसखस के बीज, बादाम गिरी, धुले हुये तिल, बराबर मात्रा में लेकर कूट ले, फिर सबके बराबर शक्कर मिलाकर चूर्ण बना ले, इसमें से 15-20 ग्राम चूर्ण को प्रतिदिन दूध के साथ लेने से 1 महीने में ही वीर्य पुष्ट हो जाएगा
उपचार - 5:
महुआ के फूलो को खाने से वीर्य में वृधि होती है, और मर्दाना ताकत में भी वृधि होती है
उपचार - 6:
इमली के बीजो को भूनकर, छिलका उतारे, फिर इन्हें पीसकर इसमें बराबर मात्रा में मिश्री मिलाकर चूर्ण बना ले, इसमें से 10 ग्राम चूर्ण को सुबह_शाम दूध के साथ लेने से धातु पुष्ट होती है

स्वप्नदोष का उपचार

उपचार - 1:
1 तोला देशी घी, 2 माशा मुलहठी चूर्ण, 5 माशा शहद मिलाकर प्रात सेवन करे, और ऊपर से दूध पीये, कुछ ही दिनों में स्वप्नदोष दूर हो जायेगा
उपचार - 2:
प्रतिदिन आंवले का मुरब्बा खाने से भी कुछ ही दिनों में स्वप्नदोष से मुक्ति मिलती है
उपचार - 3:
अनार के छिलके को सुखाकर पीसकर पाउडर बना ले, 5 ग्राम पाउडर को 5-5 ग्राम पानी के साथ सुबह_शाम 1 हफ्ते तक सेवन करने से स्वप्नदोष दूर होता है
उपचार - 4:
सूखे दानेदार धनिये को पीसकर, बराबर मात्रा में मिश्री मिलाकर चूर्ण बना ले, 5-6 चूर्ण ग्राम प्रतिदिन रात को सोने से पहले ताजे पानी के साथ लेने से कुछ ही दिनों में स्वप्नदोष से मुक्ति मिलती है

शीघ्रपतन का उपचार

उपचार - 1:
आंवले और हल्दी को सामान मात्रा में पीसकर, देसी घी में भूने, भूनने के बाद बराबर मात्रा में मिश्री मिलाये, अब इसमें से 1 चम्मच सुबह_शाम गर्म दूध के साथ सेवन करे, कुछ ही दिनों में शीघ्रपतन से छुटकारा मिल जाएगा
उपचार - 2:
¼ चम्मच तुलसी के बीजो को पान में रखकर खाने से वीर्य पुष्ट होता है और शीघ्रपतन से भी मुक्ति मिलती है
उपचार - 3:
आधा किलो इमली के बीज 4 दिन तक पानी में भिगोये, फिर छिलके उतारकर छाया में सुखाये, सूख जाने पर पीसकर चूर्ण बना ले, इस चूर्ण में बराबर मात्रा में पीसी हुई मिश्री मिलाये, इस चूर्ण में से आधा चम्मच सुबह_शाम दूध के साथ लेने से शीघ्रपतन से मुक्ति मिलती है

अंडकोष की सूजन/वृधि का उपचार

उपचार - 1:
तम्बाकू के हरे पत्तो को आग पर सेंक कर, अन्डकोषो पर बाँधने से सूजन ठीक होती है, और पीड़ा में भी राहत मिलती है
उपचार - 2:
20-25 ग्राम आम के पत्ते, 10 ग्राम सेंधा नमक पीसकर, हल्का गर्म करके अंड पर मलने से अंडवृधि दूर हो जाती है
उपचार - 3:
महुए के पत्तो को पानी में उबालकर, उस पानी की भाप देने से सूजन ठीक होती है



स्त्री: अतिरज का उपचार तथा अल्परज का उपचार

★★★ स्त्री: अतिरज का उपचार:
उपचार - 1:
अनार के सूखे छिलके पीसकर छानकर चूर्ण बना ले, 1 चम्मच चूर्ण ठन्डे पानी से लेने से अतिराज रुक जाते है
उपचार - 2:
20 ग्राम धनिया लेकर, 1 गिलास पानी में डालकर पीने से माहवारि में अधिक रक्त आना बंद हो जाता है
उपचार - 3:
पिसा हुआ सूखा धनिया, देसी बूरा, शक्कर और घी को मिलकर प्रतिदिन 2 चम्मच खाने से अतिराज ठीक हो जाता है

★★★ स्त्री: अल्परज का उपचार:
उपचार - 1:
मासिक धर्म नहीं आने की स्थिति में, 1 चम्मच गाजर के बीज और 1 चम्मच गुड को 1 गिलास पानी में उबालकर प्रतिदिन सुबह_शाम 2 बार गर्म_गर्म पीने से मासिक धर्म खुल जाता है और पीड़ा में भी आराम मिलता है
उपचार - 2:
एक बादाम और एक छुहारा रात को पानी में भिगो दे, सुबह दोनों को पीसकर मक्खन और मिश्री मिलाकर 1 महीने तक खाने से मासिक धर्म नियमित हो जाता है
उपचार - 3:
8 चम्मच तिल, 1 गिलास पानी, स्वादनुसार गुड मिलाकर उबाले, आधा पानी रहने पर पी ले, मासिक धर्म आने से 10 दिन पहले से प्रतिदिन 2 बार पिए, अल्परज ठीक होता है



अस्वीकरण: इस साइट पर उपलब्ध सभी जानकारी और लेख केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए हैं। यहाँ पर दी गयी जानकारी का उपयोग किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए। चिकित्सा परीक्षण और उपचार के लिए हमेशा एक योग्य चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।

गर्भ निरोध के लिए उपाय,|बांझपन का उपचार,|खून की कमी का उपचार,|निम्न_रक्तचाप का उपचार ,|उच्च रक्तचाप का उपचार,|मासिक धर्म की रुकावट का उपचार

गर्भ निरोध के लिए उपाय

उपचार - 1:
हल्दी की गांठे पीसकर, कपडे से छानकर, 5-6 ग्राम पानी के साथ ले, और तब तक लेती रहे जब तक मासिक धर्म शुरू न हो जाए, ऐसा करने से भी गर्भ नही ठहरता
उपचार - 2:
मासिक धर्म बंद होने के 3 दिन बाद तक, 1 कप तुलसी के पत्तो का काढ़ा बनाकर पीने से गर्भ नहीं ठहरता, यह प्रयोग बिलकुल हानि_रहित है

बांझपन का उपचार

उपचार - 1:
5 ग्राम सौंफ, 5 ग्राम शतावरी चूर्ण और 10 ग्राम देशी घी को मिलाकर, दूध के साथ नियमित खाते रहने से गर्भाशय की सभी बीमारियों से मुक्ति मिलती है
उपचार - 2:
गाजर का रस प्रतिदिन पीये, साथ ही गाजर के बीजो की धूनी इस प्रकार से लें की धुंआ बच्चेदानी के मुह तक जाए, ऐसा करने से कुछ ही महीनो में बांझपन से मुक्ति मिलती है
उपचार - 3:
4-5 महीने तक, 1 गिलास दूध के साथ लहसुन की 5-6 कलियाँ चबाकर खाने से बांझपन दूर होता है

खून की कमी का उपचार

उपचार - 1:
अनीमिया होने पर ताजा सलाद खूब खाए, और शहद का नियमित प्रयोग करे, कुछ ही समय में रक्त की कमी दूर हो जायेगी
उपचार - 2:
सरकारी दवाखानो में मिलने वाली आयरन की गोलियां भी खून बढाने में काफी असरकारक है
उपचार - 3:
1 कप सेब के रस में 2 चम्मच शहद मिलाकर पीने से खून की कमी शीघ्र ही दूर होती है
उपचार - 4:
मेथी के बीजो को भिगोकर, अंकुरित करके प्रतिदिन खाने से कुछ ही समय में खून की कमी दूर होती है
उपचार - 5:
200 ग्राम सेब का रस, 200 ग्राम टमाटर का रस मिलाकर प्रतिदिन सुबह पीने से रक्त की कमी कुछ ही दिनों में दूर होती है
उपचार - 6:
किशोरावस्था में लडकियों में रक्त की कमी होने पर, मेथी की हरी पत्तियां उबालकर खाना काफी फायदेमंद होता है
उपचार - 7:
10-12 बादाम पानी में भिगो दे, 3 घंटे बाद छिलके उतार कर पेस्ट बनाकर प्रतिदिन खाने से नया खून शीघ्र बनता है
उपचार - 8:
चाय, कॉफ़ी का प्रयोग बंद कर दे, हरी पत्तेदार सब्जियों का अधिक से अधिक सेवन करे, सेब और टमाटर को नियमित आहार में शामिल करने से खून की कमी दूर होती है

निम्न_रक्तचाप का उपचार

उपचार - 1:
दोपहर के भोजन के बाद 1 गिलास छाछ में 2 ग्राम हींग मिलाकर पीने से शीघ्र लाभ होता है
उपचार - 2:
मिर्च मसालों के सेवन से बचें, अधिक मात्त्रा में भोजन न करें, तेल घी में बने पकवान कम खाए
उपचार - 3:
1 गिलास दूध में 2-3 छुहारे खूब उबाल कर पीने से शारीरिक कमजोरी दूर होती है और निम्न रक्तचाप में भी राहत मिलती है
उपचार - 4:
निम्न_रक्तचाप के कारण मूर्छा आने पर, हरे आंवले के रस में शहद मिलाकर, 2 चम्मच पिलाते रहने से मूर्छा नहीं आएगी
उपचार - 5:
बादाम की 8-10 गिरी रात को जल में भिगोये, सुबह बादाम गिरी को पीसकर खाएं, ऊपर से 1 गिलास दूध पीने से निम्न रक्तचाप कुछ ही दिनों में नष्ट हो जाएगा
उपचार - 6:
50 ग्राम किशमिश को 100 ग्राम पानी में रात को भिगो कर रखे, प्रात: 1-1 करके खूब चबा_चबा कर खाने से कुछ ही दिनों में निम्न_रक्तचाप ठीक हो जाता है
उपचार - 7:
रक्तचाप ज्यादा कम होने पर 1 चुटकी नमक को चार चम्मच चीनी के साथ पानी में घोलकर पीने से आराम मिलता है
उपचार - 8:
लो_ब्लडप्रेशर के रोगी को हरी सब्जियां खूब खानी चाहिए, अनार, संतरे, चुकंदर, अंगूर आदि फलो का खूब सेवन करना चाहिए

उच्च रक्तचाप का उपचार

उपचार - 1:
आधा किलो पपीता प्रतिदिन सुबह खाली पेट खाने से एक महीने में उच्च रक्तचाप कंट्रोल होता है, पपीता खाने के 2 घंटे बाद तक कुछ न खाए
उपचार - 2:
प्याज का रस और छोटी मधुमक्खी का शहद बराबर मात्र में मिलाकर, प्रतिदिन 2 चम्मच दिन में 1 बार सेवन करने से उच्च रक्तचाप शीघ्र सामान्य होता है
उपचार - 3:
1 चम्मच आंवले के रस को 1 चम्मच शहद में मिलाकर प्रतिदिन सुबह_शाम लेने से हाई ब्लड प्रेशर में लाभ होता है
उपचार - 4:
4-5 तुलसी की ताज़ी पत्तिया, 2-3 नीम की पत्तियां, 2 चम्मच पानी के साथ पीस कर प्रात भूखे पेट लेने से उच्च रक्तचाप में लाभदायक है
उपचार - 5:
रात को ताम्बे के बर्तन में पानी भरकर रखे, सुबह उठकर इसमें से 1 गिलास पानी पी ले, कुछ ही दिनों में उच्च रक्तचाप की समस्या से मुक्ति मिलेगी
उपचार - 6:
करेला, केला, अमरुद, सहजन की फली, और सेब उच्च रक्तचाप में परम हितकारी है, इन्हें प्रचुर मात्रा में आहार में शामिल करे
उपचार - 7:
बढे हुए रक्तचाप में, आधा गिलास पानी में आधा निम्बी निचोड़ कर 2-2 घंटे के अंतराल से पीते रहने से शीघ्र लाभ होता है
उपचार - 8:
गेंहू और चने को बराबर मात्रा में पीसकर, चोकर सहित इस आटे की रोटी बनाकर सेवन करने से 1-2 हफ्ते में उच्च रक्तचाप से छुटकारा मिलता है
उपचार - 9:
नंगे पैर हरी घास पर 15-20 मिनट रोजाना चलने से कुछ ही हफ्तों में हाई ब्लड प्रेशर सही होकर नार्मल हो जाता है
उपचार - 10:
धान से निकाला हुआ भूरा चावल खाने में शामिल करे, उच्च रक्तचाप के रोगी के लिए बहुत लाभदायक है
उपचार - 11:
लहसुन रक्तचाप में रामबाण का काम करता है, 1 लहसुन की कली के टुकड़े करके प्रतिदिन प्रात: 1 गिलास पानी के साथ ले, रक्तचाप में आराम मिलेगा

मासिक धर्म की रुकावट का उपचार

उपचार - 1:
2 चम्मच बथुए के बीज 1 गिलास पानी में उबालकर, आधा शेष रहने पर छानकर पीये, मासिक धर्म खुलकर आएगा और सामान्य रहेगा
उपचार - 2:
4 चम्मच सूखी मेथी, 1 गिलास पानी में उबालकर आधा शेष रहने पर पीने से भी लाभ होता है
उपचार - 3:
मूली के बीजो का चूर्ण 5-5 ग्राम दिन में 3 बार लेने से मासिक धर्म नियमित और सामान्य और दर्द रहित हो जाता है



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दांत दर्द का इलाज,|पीलिया रोग का उपचार ,|रतौंधी का उपचार ,|प्रसव पीड़ा का उपचार

दांत दर्द का इलाज

उपचार - 1:
दर्द वाले दांत पर बर्फ का टुकड़ा रखने से दांत सुन्न हो जाएगा और दर्द में तुरंत राहत मिलेगी
उपचार - 2:
विटामिन C 500 MG दिन में दो बार, तथा कैल्शियम 500 MG दिन में एक बार प्रतिदिन लेने से दांत मजबूत बनते है और दांतो की अनेक बीमारियो से बचाव होता है
उपचार - 3:
लहसुन की 1 काली को सेंधा नमक के साथ पीस कर दर्द वाले दांत पर लगाए, शीघ्र ही आराम मिलेगा, प्रतिदिन 1 लहसुन की काली को चबाकर खाने से दांत की बीमारी से राहत मिलती है
उपचार - 4:
1 गिलास गुनगुने पानी में 1 चम्मच नमक डालकर दिन में 3-4 बार कुल्ला करने से भी दांत दर्द में राहत मिलती है
उपचार - 5:
लौंग के तेल का फाहा दांत की कैविटी पर रखने से दांत दर्द में तुरंत आराम मिलता है, प्रतिदिन 1 लौंग चूसने से दांत दर्द से छुटकारा मिलता है
उपचार - 6:
दांत की कैविटी में थोड़ी सी हींग भरने से भी दांत दर्द में राहत मिलेगी|
उपचार - 7:
दर्द वाले दन्त पर प्याज पीस कर उसकी लुगदी रखने से भी लाभ होता है, प्रतिदिन प्याज को चबाकर खाने से दांत के रोगों से छुटकारा मिलता है
उपचार - 8:
2 ग्राम हींग को नीम्बू के रस में पीसकर पेस्ट बना के, इस पेस्ट से प्रतिदिन दन्त मंजन करने से दांत दर्द में राहत मिलती है
उपचार - 9:
3 लीटर पानी में 10 ग्राम फिटकरी को उबालकर, 1 लीटर पानी शेष रहने पर ठंडा करके बोतल में भर ले, इस पानी से सुबह शाम कुल्ला करते रहने से कुछ ही दिनों में दांत दर्द ठीक हो जाता है| इससे दांत मजबूत भी होते है|

पीलिया रोग का उपचार

उपचार - 1:
पुदीने का 1 चम्मच रस निकाल कर, उसमे थोड़ी चीनी मिलाकर प्रतिदिन सुबह पीने से कुछ ही दिनों में पीलिया दूर हो जाता है
उपचार - 2:
कच्ची गाजर खाए, अथवा गाजर का रस पिए, पीलिया के रोग में बहुत हितकारी है
उपचार - 3:
प्रतिदिन सुबह गन्ने का रस, अथवा संतरे का रस, अथवा कच्चे नारियल का पानी, अथवा जौ का पानी, अथवा मीठे अनार का रस पीने से भी पीलिया में काफी लाभ होता है
उपचार - 4:
प्रतिदिन खरबूजा खाने से भी पीलिया रोग में काफी राहत मिलती है
उपचार - 5:
1 चम्मच शहद को 1 गिलास पानी में डालकर प्रतिदिन दिन में 3 बार पीने से पीलिया जड़ से समाप्त हो जाता है
उपचार - 6:
8-10 बादाम की गिरी, 5-6 छोटी इलायची, 2-3 छुहारे लेकर, सबको मिटटी के बर्तन में डालकर पानी में भिगो में दे, दुसरे दिन बादाम और इलायची का छिलका उतार दे और छुहारे के गुठली निकाल दे, फिर इन तीनो को किसी खरल में डालकर घोंट कर, इसमें 50 ग्राम मिश्री और 50 ग्राम मख्खन मिलाकर पीलिया का रोगी को खिलाएं, कुछ ही दिनों में पीलिया समूल ख़त्म हो जाएगा
उपचार - 7:
बड़ी हरड और काले नमक को पीसकर अलग_अलग चूर्ण बना ले, आधा_आधा चम्मच चूर्ण को मिलाकर गर्म पानी के साथ लेने से हफ्ते भर में पीलिया ठीक हो जाएगा
उपचार - 8:
प्रतिदिन सुबह खाली पेट, 2 संतरे खाने से, अथवा 1 गिलास संतरे का रस पीने से कुछ ही दिनों में पीलिया ठीक होता है
उपचार - 9:
लहसुन की 3-4 कली छीलकर पीस ले, इसे आधा कप दूध में मिलाकर पिए और ऊपर से थोडा दूध भी पी ले, कुछ ही दिनों में पीलिया ठीक हो जाएगा
उपचार - 10:
50-60 ग्राम अनार का रस निकाल कर किसी लोहे के बर्तन में भरकर रातभर रख दे, प्रात काल उसमे थोड़ी सी मिश्री मिलाकर पीने से 1 हफ्ते में पीलिया ठीक हो जाता है
उपचार - 11:
प्रतिदिन 1 गिलास टमाटर का रस पीने से भी पीलिया रोग जड़ से समाप्त होता है
उपचार - 12:
मूली के पत्तो का 100 ग्राम रस लेकर, उसमे 20-25 ग्राम चीनी मिलाकर प्रतिदिन प्रात सेवन करने से पीलिया रोग में राहत मिलती है




रतौंधी का उपचार

उपचार - 1:
चौलाई के पत्तो की सब्जी भैंस के घी में भूनकर प्रतिदिन शाम को इच्छानुसार खाएं, लेकिन इसके साथ रोटी आदि कुछ ना खाए, कुछ ही दिनों में रतौंधी रोग दूर हो जाएगा
उपचार - 2:
अरंड, अतिमुक्त, शेफाली, शतावरी और निर्गुन्डी आदि के पत्तो के सब्जी रतौंधी रोगी के लिये काफी लाभदायक है
उपचार - 3:
नीम की जड़ और बबूल के पत्तो का काढ़ा बनाए, प्रतिदिन इस काढ़े का सेवन करने से कुछ ही हफ्तों में रतौंधी रोग ठीक हो जाएगा
उपचार - 4:
रतौंधी के रोगी को सहजन की फली और पत्ते, मेथी, मूली के पत्ते, पपीता, गाजर, लोकी और कद्दू का अधिक सेवन करना चाहिए, कुछ ही हफ्तों में रतौंधी रोग में राहत मिलेगी
उपचार - 5:
50 ग्राम आमलकी, 50 ग्राम मुलहठी, 5 ग्राम पीपल, 5 ग्राम सेंधा नमक, 25 ग्राम बहेड़ा, 12 ग्राम हरीतकी, और 150 ग्राम शक्कर को कूट_पीसकर, कपडे से छानकर चूर्ण बना ले, यह चूर्ण 4-5 ग्राम की मात्रा में 1-2 चम्मच शहद के साथ 2 महीने तक सेवन करे, रतौंधी और आँखों की अनेक बिमारियो में लाभकारी है


प्रसव पीड़ा का उपचार

उपचार - 1:
20 ग्राम कच्चा नारियल और 20 ग्राम मिश्री प्रतिदिन खाने से प्रसव सामान्य होता है और संतान भी स्वस्थ होती है
उपचार - 2:
प्रसूति काल में मेथी को अन्य चीजो के साथ मिलाकर खाए, अथवा नौवें महीने के शुरू में 5-6 ग्राम पीसी हल्दी दूध में मिलाकर प्रतिदिन (1 हफ्ते तक) लेने से प्रसव पीड़ा से राहत मिलती है



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