प्रसव उपरान्त उपचार
उपचार - 1:
स्त्री के गर्भाश्य से पानी सा निकलने की स्थिति में, नाशपाती का सेवन करने से कुछ ही दिनों में लाभ होता है
उपचार - 2:
यदि मूत्रांग में खुजली हो रही हो तो आंवले के रस में रोज चीनी मिलाकर पीने से कुछ ही दिनों में आराम मिलता है
उपचार - 3:
फिटकरी के पानी से योनि को धोने से जननेंद्रिय की खुजली दूर होती है
उपचार - 4:
प्रसव के बाद योनि में अधिक ढीलापन आने पर, फिटकरी के घोल से योनि को दिन में 3-4 बार धोने से 5-6 दिन में योनि का सामान्य संकोचन हो जाएगा
हड्डियों की मजबूती के उपाय
उपचार - 1:
विटामिन डी, शरीर में कैल्शियम के निर्माण में सहायक है, प्रतिदिन प्रातः 15-20 मिनट धुप में बैठने से अस्थि_भंगुरता में काफी लाभ होता है
उपचार - 2:
नियमित व्यायाम से हड्डियों को मजबूत करने में मदद मिलती है
उपचार - 3:
प्रतिदिन 1000 MG कैल्शियम और 500 MG मैग्नीशियम की गोली लेने से कमजोर अस्थि_रोग में बहुत लाभ होता है
उपचार - 4:
1 गिलास टमाटर का जूस प्रतिदिन पीने से 2-3 महीने में ही अस्थि_भंगुरता दूर होकर हड्डियां मजबूत होती है
उपचार - 5:
15 बादाम रात को पानी में भिगोये, सुबह छिलके उतार कर, 1 गिलास गाय के दूध में मिक्सी में मिलाकर, इस तरल को प्रतिदिन लेने से हड्डियां मजबूत होती है
उपचार - 6:
एक चम्मच शहद नियमित सेवन करना, अस्थि भंगुरता का बेहद लाभदायक उपचार है
उपचार - 7:
प्रतिदिन 50 ग्राम मूंगफली खाने से हड्डियों से सम्बंधित सभी रोगों से मुक्ति मिलती है, इससे दांत भी मजबूत होते है, दिमाग तेज होता है, और यह गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए भी लाभदायक है
उपचार - 8:
औरतो को सोयाबीन के उत्पाद नियमित सेवन करने चाहिए, इससे एस्ट्रोजेन की कमी से होने वाली अस्थि_भंगुरता से राहत मिलती है
उपचार - 9:
पत्ता गोभी, हड्डियों के विकास में बेहद गुणकारी है, बंद गोभी की सलाद और सब्जी प्रचुर मात्रा में लेनी चाहिए
उपचार - 10:
हरी पत्तेदार सब्जियों का अधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर में कैल्सियम बढ़ता है, जिससे हड्डियां मजबूत होती है
पित्त की पत्थरी का उपचार
उपचार - 1:
विटामिन C की 3-4 गोलियां प्रतिदिन लेने से रोग_प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित होता है, जिससे पित्त की पत्थरी में राहत मिलती है
उपचार - 2:
1 सप्ताह तक, 40-50 ग्राम नीम्बू का रस सुबह खाली पेट पिए, पित्त की पथरी में लाभप्रद है
उपचार - 3:
नाशपाती के नियमित सेवन से पित्ताशय संबंधी रोग दूर होते है
उपचार - 4:
पित्त की पथरी के रोगी को तली हुई चीजें, मसाले, शराब, चाय_कॉफी, और मीठे पदार्थो से परहेज करना चाहिए
उपचार - 5:
गाजर का रस 100 ग्राम, ककड़ी का रस 100 ग्राम लेकर, दोनों कको मिलाकर प्रतिदिन 2 बार पीने से पित्त की पत्थरी में बहुत लाभ होता है
एसिडिटी का उपचार
उपचार - 1:
रात को 1 गिलास पानी में 2 चम्मच सौंफ डालकर उबाल ले, सुबह छानकर उसमे 1 चम्मच शहद मिलाकर पीने से एसिडिटी शीघ्र नियंत्रित होती है
उपचार - 2:
भोजन करते समय नीम्बू पानी पीते रहने से एसिडिटी को दूर किया जा सकता है
उपचार - 3:
प्रतिदिन सुबह उठकर 1-2 गिलास पानी पीने से भी एसिडिटी में राहत मिलती है
उपचार - 4:
1 गिलास छाछ में 20-25 ग्राम हरे धनिये का रस मिलाकर पीने से एसिडिटी, बदहजमी से राहत मिलती है
उपचार - 5:
केला, तरबूज, पपीता और ककड़ी का रस एसिडिटी में राहत देता है
उपचार - 6:
दिन में 5-6 बार, 3-4 तुलसी के पत्ते चबाकर खाने से भी एसिडिटी में लाभ होता है
उपचार - 7:
अचार, सिरका, तला हुआ भोजन, मिर्च_मसाले, चाय_कॉफी, धूम्रपान आदि के प्रयोग से एसिडिटी ज्यादा होती है, इनका परहेज करे
उपचार - 8:
एसिडिटी में आंवले के रस, अथवा पुदीने के रस का सेवन काफी उत्तम औषधि है
उपचार - 9:
3 ग्राम इलायची और 5 ग्राम लौंग का पाउडर बना कर, भोजन के बाद चुटकी भर चूर्ण मुह में रखकर चूसने से एसिडिटी भी नही होती और मुह की दुर्गंध में भी राहत मिलती है
उपचार - 10:
भोजन के बाद छोटी सी गुड़ की डली मुह में रखकर चूसने से एसिडिटी से राहत मिलती है
पेशाब में जलन का उपचार
उपचार - 1:
ताजा पालक के 125 ग्राम रस में थोड़ा नारियल का पानी मिलाकर पीने से पेशाब की जलन में शीघ्र लाभ होता है
उपचार - 2:
मूली के ताजे पत्तो का 100 ग्राम रास प्रतिदिन 3 बार प्रयोग करने से भी पेशाब की जलन में आराम मिलता है
उपचार - 3:
आधा गिलास छाछ या मट्ठा लेकर उसमें आधा गिलास जौं का मांड मिलाये, इसमें 10 ग्राम नीम्बू का रस मिलाकर पीने से मूत्र संबंधी रोग नष्ट होते है
उपचार - 4:
1 नीम्बू का रस 1 गिलास पानी में मिलाकर सुबह शाम पीने से भी मूत्र संबंधी रोग दूर होते है
उपचार - 5:
दिन में 3 बार, विटामिन C 500 MG की दवा पेशाब जलन में लाभदायक है
उपचार - 6:
आधा गिलास पानी में आधा गिलास गाजर का रस मिलाकर दिन में 2 बार पीने से मूत्र की जलन ठीक होती है
उपचार - 7:
पानी अथवा अन्य तरल पदार्थ ज्यादा से ज्यादा पीये, हर 15-20 मिनट में 1 गिलास पानी अथवा जूस पीने से पेशाब की जलन से राहत मिलती है
बढे हुए कोलेस्ट्रोल का उपचार
उपचार - 1:
भोजन पकाने के लिए सूरजमुखी के तेल का इस्तेमाल भी कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करने में हितकारी है
उपचार - 2:
पत्तेदार सब्जियों का खूब सेवन करने से भी कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित किया जा सकता है
उपचार - 3:
20 ग्राम सूखे धनिये को 1 गिलास पानी में उबाल ले, ठंडा करके, और छान कर प्रतिदिन 2 बार पीने से कोलेस्ट्रोल कम होकर नियंत्रित होता है
अस्वीकरण: इस साइट पर उपलब्ध सभी जानकारी और लेख केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए हैं। यहाँ पर दी गयी जानकारी का उपयोग किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए। चिकित्सा परीक्षण और उपचार के लिए हमेशा एक योग्य चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thanks a lot for a sweet comments