कमजोर दिमाग / यादाश्त का उपचार
उपचार - 1:
4-5 पीपल के ताजा पत्तो को आधा किलो दूध में उबाल कर, दूध को छान कर इसमें मिश्री मिला कर सेवन करने से कुछ ही दिन में स्मरण शक्ति तीव्र हो जाती है
उपचार - 2:
2-3 अखरोट प्रतिदिन खाने से भी दिमाग तेज होता है, सर्दी के मौसम के सुबह अखरोट का पेय बनाकर पीने से दिमाग दुरुश्त होता है, नींद अच्छी आती है, पाचन ठीक होता है, चेहरे की कांटी बढती है
उपचार - 3:
प्रतिदिन भोजन से पहले 1 मीठा सेब बिना छीले खाने से भी यादाश्त बढती है
उपचार - 4:
बसंत के मौसम में पीपल के पके हुए फल 4-5 प्रतिदिन खाने से यादाश्त तेज होती है
उपचार - 5:
प्रतिदिन सुबह_शाम 1 कप चुकंदर का रस पीने से भी स्मरण शक्ति में वृधि होती है
उपचार - 6:
20-25 ग्राम मख्खन में 6-7 काली मिर्च मिलाकर प्रतिदिन खाने से दिमाग तेज होता है
उपचार - 7:
प्रतिदिन शहद का सेवन करने से अथवा शहद में तैयार किया हुआ मुरब्बा खाने से भी यादाश्त तेज होती है
उपचार - 8:
सौंफ और मिश्री को सामान मात्रा में मिलाकर सुबह_शाम भोजन के बाद 2 महीने प्रतिदिन लेने से दिमाग की कमजोरी दूर होती है
माइग्रेन / आन्धाशीशी का उपचार
उपचार - 1:
सिर को कपडे से कस कर बाँधने से सिर में खून का प्रवाह कम होता है, जिससे सिर दर्द में राहत मिलती है
उपचार - 2:
घी और गुड मिलाकर पीने से भी आन्धाशीशी का दर्द दूर होता है
उपचार - 3:
माइग्रेन / सिरदर्द के लिए अंगूर का रस सुबह_शाम पीना बेहद कारगर है, 1 बार में एक गिलास अंगूर का रस पीना फायदेमंद है
उपचार - 4:
50 ग्राम गेंहू का आटा प्रात 5 बजे थोड़े से घी में भून ले, उसमे 50 ग्राम घी, और 50 ग्राम गुड की चाशनी मिलाकर कसार बना कर 10 दिन तक सेवन करने से माइग्रेन का दर्द दूर होता है
उपचार - 5:
देसी घी की 2-4 बूँद 10 दिन तक प्रतिदिन नाक में रूई से टपकायें, ऐसा करने से माइग्रेन का दर्द दूर हो जाता है
उपचार - 6:
गाजर और पलक का रस दोनों मिलाकर 1 गिलास प्रतिदिन सुबह_शाम पीने से काफी लाभ होता है
उपचार - 7:
हरड के पत्तो के साथ इसके बीज की फलियों को बीजो सहित पीसे, इसे मस्तक पर लगाने से माइग्रेन में लाभ होता है
उपचार - 8:
माइग्रेन रोगी को मसालेदार भोजन या देर से पचने वाला भोजन नहीं करना चाहिए
उपचार - 9:
सिर के जिस तरफ के हिस्से में दर्द हो उस तरफ के नाक का नथुने में 6-7 बूंद सरसों के तेल की टपकाने से दर्द शीघ्र दूर हो जाता है, इस उपचार को 10 दिन तक करने से दर्द सदा के लिए चला जाता है
उपचार - 10:
15 बादाम प्रतिदिन खाने से माइग्रेन में असरकारक लाभ होता है
चक्कर आने का उपचार
उपचार - 1:
सिर चकराने की स्थिति में आधा गिलास पानी में 2 लौंग उबालकर पीने से भी आराम मिलता है
उपचार - 2:
2 चम्मच शक्कर और सूखा धनिया चबाने से भी गर्मी के चक्कर से छुटकारा मिलता है
उपचार - 3:
50 ग्राम गेंहू का आटा प्रात 5 बजे थोड़े से घी में भून ले, उसमे 50 ग्राम घी, और 50 ग्राम गुड की चाशनी मिलाकर कसार बना कर 10 दिन तक सेवन करने से चक्कर आने की समस्या दूर होती है
उपचार - 4:
तुलसी के पत्तो में शहद मिलाकर चाटने से चक्कर आना बंद हो जाता है
उपचार - 5:
खरबूजे के बीज को पीसकर घी में भूनकर, थोड़ी_थोड़ी मात्रा में सुबह_शाम लेने से गर्मी में चक्कर आने से मुक्ति मिलती है
उपचार - 6:
20-30 ग्राम मुनक्का घी में सेंक कर उसमे थोडा सेंध नमक मिलाकर खाने से गर्मी में चक्कर आने बंद हो जाते है
उपचार - 7:
गर्मी से चक्कर आने की स्थिति में, नए मिटटी के घड़े में 100 ग्राम धनिया कूट कर डालें, फिर उसमे आधा लीटर पानी डाल दे, 1 घंटे बाद इसमें से 1 कप पानी लेकर उसमे 4-5 बताशे डालकर 3-3 घंटे के अंतराल पर पिलाने से गर्मी से होने वाले सभी रोगों में लाभ होता है
कफ का उपचार
उपचार - 1:
बहेड़ा की छाल का टुकड़ा मुह में रखकर चूसने से कफ निकलता है और खांसी भी ठीक होती है
उपचार - 2:
अदरक को छील कर छोटा स टुकड़ा मुह में रख कर चूसने से भी कफ निकल जाता है
उपचार - 3:
अदरक और कच्चे लहसुन को प्रतिदिन थोडा_थोडा खाते रहने से शरीर में कफ की समस्या से मुक्ति मिलती है
उपचार - 4:
सूखे आंवले और मुलहठी को अलग_अलग बारीक पीसे, छानकर मिला ले, इस चूर्ण को सुबह_शाम खाली पेट पानी के साथ लेने से फेफड़ो में जमे कफ से मुक्ति मिलती है
उपचार - 5:
25 ग्राम अलसी को कुचलकर 500 ग्राम पानी में उबाल ले, जब एक तिहाई पानी बच जाये, तो उसे छान कर 15 ग्राम मिश्री मिलाकर रख ले, इसमें से 1-1 चम्मच दिन में 5-6 बार पिलाने से कफ निकल जाता है
मोच का उपचार
उपचार - 1:
ग्वार और तिल सामान मात्रा में पीसकर पाने में उबाले, मोच वाले स्थान पर इसको बाँधने से दर्द में आराम मिलता है
उपचार - 2:
अदरक को पीस कर गर्म करके, दर्द वाले स्थान पर इसका लेप करे और पट्टी से बाँध दे, 2 घंटे बाद हटाकर सरसों के तेल लगाकर सेंक करे, 3-4 दिन प्रतिदिन ऐसा करने से मोच का दर्द ख़त्म हो जाता है
उपचार - 3:
चोट लगने पर और मोच आने पर केले का छिलका बाँधने से सूजन नहीं आएगी, पका हुए केले को गेंहू के आटे में गूंथ कर गर्म_गर्म मलने से मोच में आराम मिलता है
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